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Firewall की पूरी जानकारी हिंदी में

अंतिम सुधार May 9, 2019 लेखक TP Staff

सुरक्षा बेहद आवश्यक होती हैं. फिर चाहे वह हमारी असल जिंदगी की हो या फिर टेक्नोलॉजी के बढ़ते उपयोग के कारण तकनीकी डिवाइस की.

यहां हमारे कहने का तात्पर्य है की आज टेक्नोलॉजी के इस संसार में “कंप्यूटर” का उपयोग व्यापक हो रहा है. तथा यह हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बनते जा रहे हैं. विशेषकर उन लोगो के लिए जो कंप्यूटर सीखने, कंप्यूटर के फील्ड में नौकरी या बिजनेस करते हैं.

इसलिए आज कंप्यूटर सिक्योरिटी एक अहम मुद्दा बन चुका है. क्योंकि हम आये दिन कंप्यूटर पर इंटरनेट का इस्तेमाल आवश्यकतानुसार मन मुताबिक करते हैं. तथा किसी Malicious साइट (असुरक्षित साइट) पर क्लिक होने से कंप्यूटर में वायरस, मैलवेयर अटैक होने की संभावनायें बनी रहती हैं.

What is Firewall in Hindi Kya Hai
Firewall क्या हैं?

परन्तु कंप्यूटर में मौजूद Firewall प्रोग्राम की सहयता से आप कंप्यूटर की सुरक्षा को बढा सकते हैं.  यदि आप कंप्यूटर यूजर हैं. तो संभव है आपने कभी न कभी Firewall का नाम सुना होगा.  यदि आप एक कंप्यूटर उपयोगकर्ता हैं तथा जानना चाहते हैं की Firewall क्या होता है? तथा यह हमारे कंप्यूटर के लिए किस तरह उपयोगी है तो आज के इस लेख में हम Firewall प्रोग्राम से जुड़ी पूरी जानकारी सरल शब्दो में बताने जा रहे है.

Table of Content

  1. फायरवॉल क्या हैं – What is Firewall in Hindi?
  2. फायरवॉल के प्रकार – Types of Firewall in Hindi?
  3. फायरवॉल को उपयोग करने का फायदा?
  4. फायरवॉल का इतिहास
  5. आपने क्या सीखा?

फायरवॉल क्या हैं – What is Firewall in Hindi?

Firewall एक एंटीवायरस होता है. सरल शब्दो में समझें तो जब भी हम रोजाना इंटरनेट पर ऑनलाइन अनेक वेबसाइट पर विजिट करने के साथ ही वीडियो सर्फिंग करते हैं. तो उस स्तिथि में अज्ञात स्रोतों से  कंप्यूटर में वायरस आने के अवसर प्राप्त होते हैं.

लेकिन यदि किसी कंप्यूटर में  फायरवॉल एंटीवायरस इनस्टॉल होने पर Firewall केवल उन्हीं सॉफ्टवेयर या फाइल्स को कंप्यूटर में प्रवेश करने देता है. जिसे हमारे द्वारा अनुमति दी होती है या उन सेवाओं का उस समय कंप्यूटर में इस्तेमाल करते हैं.

Firewall अनचाहे एपलिकेशन, फाईल्स, प्रोग्राम्स आदि को कंप्यूटर में इनस्टॉल या स्टोर होने से बचाती है. अतः Firewall कंप्यूटर को मैलवेयर, वायरस आदि से सुरक्षित रखता है. इसके साथ ही हमारा यह जानना जरूरी है कि यह न सिर्फ कंप्यूटर को सुरक्षित रखता है बल्कि यह उस कंप्यूटर से कनेक्टेड सभी डिवाइस को भी वायरस से सुरक्षित रखता है. जिस वजह से  वर्तमान समय में घर तथा ऑफिस आदि अनेक स्थानों पर फायरवॉल एंटीवायरस का उपयोग किया जाता है.


फायरवॉल के प्रकार – Types of Firewall in Hindi?

  1. Hardware Firewall
  2. Software Firewall
  3. Proxy Firewall

Hardware Firewall

एक Router अनेक डिवाइस को आपस मे जोड़ने का कार्य करता है. जिस वजह से Routers का सुरक्षित होना बेहद आवश्यक होता है. तथा वर्तमान समय मे Routers में हार्डवेयर Firewall मौजूद होता है.

Firewall किसी Router से कनेक्टेड सभी कंप्यूटर में सुरक्षा प्रदान करता है. राऊटर में फायरवॉल ऑन करने पर  इंटरनेट का उपयोग करने के दौरान फायरवॉल सभी कंप्यूटर को मैलवेयर, वायरस आदि गलत गतिविधियों से बचाता है. इसके अलावा दुर्भाग्यवश किसी कंप्यूटर में वायरस के प्रवेश होने पर फायरवॉल अन्य कनेक्टेड कंप्यूटर को इससे होने वाले नुकसान को बचाने के भी कार्य करता है.

Software Firewall

सॉफ्टवेयर Firewall वर्तमान समय मे नए कंप्यूटर के ओपरेटिंग सिस्टम में Pre-Installed (पहले से ही install) होता है. जिससे हमें  Firewall सेटअप नही करना पड़ता. अन्य एंटीवायरस की तरह ही Firewall भी सुरक्षित रूप से प्रोग्राम Run करता है.

किसी कंप्यूटर में Firewall ऑनलाइन या ऑफलाईन दोनों तरीकों से कार्य करता हैं. अर्थात जब हम ऑनलाइन किसी फ़ाइल या Gaming Apps को इनस्टॉल करते हैं. तो App इनस्टॉल होने से पूर्व एक Pop-Up दिखाई देता है. जिसमें Windows Firewall किसी Unknown Sources से डाउनलोड की गई App के बारे में हमें सूचना देता है. तथा हमारी अनुमति के बाद ही किसी सॉफ्टवेयर को इनस्टॉल करता है. इसके अलावा वाई-फाई, पेनड्राईव के जरिये कंप्यूटर में यदि फाईल या सॉफ्टवेयर शेयर किए जाते हैं तो उस दौरान Firewall सुरक्षा के रूप में इन एप्स की जाँच कर कंप्यूटर में एप्स को इनस्टॉल करता है.

Proxy Firewall

प्रॉक्सी फ़ायरवॉल को सबसे सुरक्षित Firewall में से एक माना जाता है. क्योंकि हमारे द्वारा इंटरनेट सर्फिंग करने के दौरान यह Firewall HTTPS तथा FTP प्रोटोकॉल पर आने वाले ट्रैफिक पर पूरी नजर बनाए रखता है. तथा Allow किये गए ट्रैफिक तथा  Not Alllow ट्रैफिक के बारे में पता लगाता है.

प्रॉक्सी फ़ायरवॉल का स्वयं का आईपी एड्रेस होता तथा बाहरी नेटवर्क को सीधे (Direct) भेजेने वाले नेटवर्क का पैकेट कभी प्राप्त नहीं होता. पैकेट का कार्य मुख्यतः डाटा को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है. तथा उसके निरीक्षण का कार्य पैकेट फिल्टर द्वारा किया जाता है. इसके साथ ही प्रॉक्सी फ़ायरवॉल के पास पूरे नेटवर्क पैकेट की जाँच करने की क्षमता होती है.


फायरवॉल का उपयोग करने के क्या फायदें हैं?

  • Firewall किसी भी कंप्यूटर के लिए बेहद आवश्यक है. यह कंप्यूटर को हानिकारक तत्वों वायरस, स्पैमिंग जैसे हमलों से बचाकर कर निजी Data Safe रखता है.
  • Firewall के इस्तेमाल से न सिर्फ एक कंप्यूटर को वायरस या मैलवेयर से बचाया जा सकता है. बल्कि किसी नेटवर्क से कनेक्टेड सभी कंप्यूटर को Firewall की मदद से बचाया जा सकता है
  • Firewall सभी सॉफ़्टवेयर, फाईल्स को कंप्यूटर में कार्य करने से पूर्व भली भाँति जाँच करता है. तथा किसी प्रोग्राम को इनस्टॉल करने से पूर्व उसकी  सुरक्षा जांच करता है तथा अनुमति देने के बाद ही किसी प्रोग्राम को इंस्टॉल करता हैं.
  • Firewall किसी कंप्यूटर नेटवर्क में आने वाले ट्रैफिक पर पूरी नजर रखता है.
  • Firewall ‘ट्रोजन हॉर्सेज’ को ब्लॉक करने में सहायता करते हैं. अर्थात यह इस तरह के घुसपैठियों को रोकता है जो कंप्यूटर फाईल्स के रूप में स्टोर होती हैं, तथा जब यूज़र इन फाईल्स को किसी व्यक्ति के साथ शेयर करता है तो यह दूसरे डिवाइस को भी डैमेज करते हैं.
  • साथ ही कंप्यूटर में मौजूद Firewall  हैकर्स की नजर से  कंप्यूटर को दूर रखने का कार्य करता है.

फायरवॉल का इतिहास – History of Firewall in Hindi?

फायरवॉल/फायरब्लॉक जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है. जिसका कार्य जो किसी स्थान पर लगी आग को रोकने से है. 1980 के दशक में जब इंटरनेट का इस्तेमाल शुरू होने लगा उस दौरान फायरवॉल तकनीक सामने आयी.

नेटवर्क सुरक्षा के लिए फायरवॉल से पहले राउटर्स का उपयोग किया जाता था. फायरवॉल प्रौद्योगिकी पर पहला समाचार पत्र 1988 में प्रकाशित किया गया. यह इंटरनेट सुरक्षा के विकास की बुनियादी प्रणाली थी. उसके बाद दूसरी पीढ़ी के firewall को लांच किया गया जिसे एप्लीकेशन फायरवॉल के नाम से जाना गया.

जिसके इस्तेमाल से हानिकारक HTTP प्रोटोकॉल का पता लगाया जा सकता था. फाइल ट्रांसफर, DNS, ब्राउजिंग के कार्यों को करता था. तथा तीसरी पीढ़ी में Stateful Firewall को लॉन्च किया गया जो Firewall से गुजरे सभी नेटवर्क कनेक्शन का रिकॉर्ड रखता था. तथा इन्हें सर्किट लेवल के  फेयरवेल के नाम से जाना जाता है.

समय के साथ Firewall की सुरक्षा की ओर अनेक विकास कार्य किये गए. जिस वजह से Firewall आज लगभग सभी कंप्यूटर में कार्य करता है.


आपने क्या सीखा?

इस लेसन में हमने आपको फायरवॉल के बारे में पूरी जानकारी दी हैं. आपने जाना कि फायरवॉल क्या होती हैं? इसका क्या फायदा है? हमे उम्मीद है कि यह लेसन आपके लिए उपयोगी साबित होगा.

#BeAble

About TP Staff

लेखक: TP Staff

TP Staff, TutorialPandit की कम्प्यूटर और टेक्नोलॉजी पेशेवरों की टीम है, जिसका नेतृत्व जी पी गौतम द्वारा किया जाता है. TutorialPandit के माध्यम से भारत देश में हर साल लाखों लोग फ्री डिजिटल शिक्षा ग्रहण कर रहे है.

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Comments

  1. Nahim Khan says

    June 1, 2019 at 11:35 pm

    Nice sir

    Reply

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