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इंटरनेट डोंगल की पूरी जानकारी हिंदी में

अंतिम सुधार November 11, 2021 लेखक TP Staff

यदि आप अपने कंप्यूटर में पिछले कई सालों से इंटरनेट का इस्तेमाल करते आ रहे हैं. तो संभव है की आपने Dongle शब्द का नाम जरूर सुना होगा?

डोंगल एक Mini USB Drive होती है. जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर, लैपटॉप आदि डिवाइस पर इंटनेट का इस्तेमाल करने के लिए किया जाता हैं. वर्तमान समय में बाज़ार में Wi-Fi Dongle भी उप्लब्ध है. जिनका इस्तेमाल कर आप एक साथ कई डिवाइस को वायरलेस  कनेक्ट कर इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं.

What is Dongle in HIndi Kya Hai
डोंगल क्या हैं?

डोंगल क्या होता हैं? डोंगल कितने प्रकार के होते हैं? इसक क्या फायदा है? आदि सवाल आपके मन भी आते होंगे. इस लेसन में हम आपको इन्ही सवालों के जवाब दे रहे हैं.

Table of Content

  1. डोंगल क्या होता है?
  2. डोंगल का इतिहास?
  3. डोंगल के प्रकार?
  4. डोंगल का उपयोग करने के फायदें?
  5. आपने क्या सीखा?

डोंगल क्या हैं – What is Dongle in Hindi?

Dongle को मॉडेम के नाम से भी जाना जाता है जिसकी फुल फॉर्म Modulator-Demodulator होती है. इसे इंटरनेट डोंगल, यूएसबी मॉडेम डोंगल, इंटरनेट स्टिक आदि नामो से भी जाना जाता है.

यह एक पेनड्राईव से आकार में थोड़ी बड़ी तथा मिनी यूएसबी फ़्लैश ड्राइव होती है. जिसका इस्तेमाल हम किसी भी स्थान पर कंप्यूटर, लैपटॉप तथा डोंगल सपोर्ट टेबलेट डिवाइस में इंटरनेट एक्सेस करने के लिए कर सकते है.

डोंगल की मदद से कंप्यूटर में वायरलेस इंटरनेट का इस्तेमाल भी  किया जा सकता है.

डोंगल को कंप्यूटर या लैपटॉप के यूएसबी पोर्ट से अटैच करने के बाद सॉफ्टवेअर की सहायता से इंटरनेट से कनेक्ट किया जाता है. तथा डोंगल की पोर्टेबल सुविधा के कारण डोंगल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है. इंटरनेट का उपयोग करते समय डोंगल की उच्च कोटि की सुरक्षा के कारण इसका उपयोग आज भी किया जाता है.


डोंगल का इतिहास – History of Dongle in Hindi?

साल 1970 के दशक में पहली बार डोंगल को तैयार किया गया. उस समय इन्हें कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की सुरक्षा के लिए तैयार किया गया था. जिससे इन्हें कंप्यूटर के USB पोर्ट से प्लग करने पर रन किया जा सकता था. साल 1978 में डोंगल का अविष्कार तथा इसका नाम सॉफ्टवेयर प्रोटेक्शन डोंगल ग्राहम हेग्गी, पीट डाउसन, माइक लेक नामक तीन व्यक्तियों द्वारा रखा गया.


डोंगल कितने प्रकार के होते हैं – Types of Dongle in Hindi?

  • Internet Dongle
  • Wi-Fi Dongle

Internet Dongle

इंटरनेट डोंगल विभिन्न कंपनियों द्वारा बनाये जाते हैं जिससे हम केवल उसी सिम का इस्तेमाल कर सकते हैं. जिस सर्विस प्रोवाइडर का वह डोंगल है. उदाहरण के लिए यदि आपका इंटरनेट डोंगल आईडिया कंपनी का है तो आप उस डोंगल में केवल आईडिया सिम अटैच कर इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं.

तथा ध्यान रहें उस समय आईडिया सिम में इंटरनेट पैक होना अनिवार्य है. इसके अलावा कंपनी के डोंगल को अनलॉक करने के बाद हम उस डोंगल में किसी भी नेटवर्क के सिम को अटैच कर इंटरनेट इस्तेमाल कर सकते हैं.

Wi-Fi Dongle

इंटरनेट डोंगल का इस्तेमाल काफी समय से किया जा रहा है. वर्तमान समय में इनका उपयोग कम होने लगा है. तकनीक के बढ़ते विकास के कारण इनके स्थान पर आज Wi-Fi Dongle का उपयोग किया जाने लगा हैं.

आजकल बाजार में वाई-फाई डोंगल आसानी से उपलब्घ हो जाते हैं. इसका उपयोग करना बेहद आसान होता है. क्योंकि वाई-फाई डोंगल का इस्तेमाल करने के लिए हमे मोबाइल की तरह ही वाई-फाई डोंगल को चार्ज करने की आवश्यकता होती है.

तथा चार्ज करने के बाद डोंगल का इस्तेमाल कही भी कर सकते हैं. इसके साथ वाई-फाई डोंगल उपयोग करने का सबसे मुख्य फायदा यह है की वाई-फाई डोंगल के साथ हम एक साथ अपने मोबाइल, कंप्यूटर आदि अनेक डिवाइसों को कनेक्ट कर सकते हैं.

इंटरनेट डोंगल की तरह Wi-Fi Dongle का उपयोग करने के अनेक फायदे हैं. परंतु यह वायरलेस होते हैं जिस वजह से इन्हें एक साथ अनेक डिवाइस को कनेक्ट किया जा सकता है.

वाईफाई डोंगल तथा इंटरनेट डोंगल में मुख्य नुकसान यही होता है कि इसमें इंटरनेट स्पीड सीमित होती है. जिस वजह से अपने डिवाइस को डोंगल से कनेक्ट कर एक लिमिट से अधिक स्पीड के इंटरनेट का इस्तेमाल अपने डिवाइस में नहीं कर सकते हैं. तथा Downloading लिमिट की जा सकती है.

हालाँकि Dongle पोर्टेबल होते हैं. परंतु जिन स्थानों में Cellular Network नहीं होता वहाँ ले जाना व्यर्थ होता है.


डोंगल का उपयोग करने के फायदें

  • डोंगल का उपयोग करने का मुख्य फायदा यह होता है की इनका आकार काफी छोटा होता है. जिस वजह से इन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर कही भी आसानी से ले जाया तथा इस्तेमाल जा सकता है. इसलिए इन्हे ट्रैन, होटल, पार्क, घर कहीं से भी कर सकते हैं.
  • इंटरनेट डोंगल वायरलेस होते हैं जिस वजह से हमें इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए किसी प्रकार के यूएसबी केबल की इस्तेमाल करने की आवश्यकता नही होती है. 
  • Dongle का इस्तेमाल करना काफी आसान होता है. डिवाइस में Plug & Play करते ही दुनिया मे कही भी इंटरनेट एक्सेस कर सकते हैं.
  • डोंगल को कंप्यूटर के यूएसबी पोर्ट से कनेक्ट किया जाता है. अतः हमें इंटरनेट एक्सेस करने के लिए इन्हें चार्ज करने की आवश्यकता नहीं होती.

आपने क्या सीखा?

इस लेसन में हमने आपको डोंगल के बारे में पूरी जानकारी दी हैं. आपने जाना कि डोंगल क्या होता हैं? डोंगल कितने प्रकार का होता हैं? इसका क्या फायदा हैं? हमे उम्मीद है कि यह लेसन आपके लिए उपयोगी साबित होगा.

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About TP Staff

लेखक: TP Staff

TP Staff, TutorialPandit की कम्प्यूटर और टेक्नोलॉजी पेशेवरों की टीम है, जिसका नेतृत्व जी पी गौतम द्वारा किया जाता है. TutorialPandit के माध्यम से भारत देश में हर साल लाखों लोग फ्री डिजिटल शिक्षा ग्रहण कर रहे है.

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Comments

  1. Bhaskar says

    February 22, 2021 at 9:15 pm

    Internet dongle me 2gb data kitne der me khatam ho jayega aagar ham pc me ping khele toh. Plese reply kare.

    Reply
  2. Sajid says

    December 5, 2020 at 11:12 am

    Kya ham tv par live sports channal domble ki madat se dekh sakte hai

    Reply
    • TP Staff says

      December 5, 2020 at 10:05 pm

      साजिद जी, देख सकते हैं.

      Reply
  3. प्रताप सिंह says

    August 6, 2020 at 5:56 pm

    मेरे द्वारा कंप्यूटर सीपीयू डोंगल का इस्तेमाल किया इसमें माउस क्यों बंद हो जाता है माउस अपना कार्य करना बंद कर देता है तथा डोंगल को निकालने के बाद माउसअपना कार्य कर रहा है उचित सलाह दें

    Reply
    • TP Staff says

      August 7, 2020 at 8:44 am

      प्रताप जी, जब आप डोंगल को लगा रहे है तो हो सकता है माउस का पोर्ट हिल रहा हो. एक बार अलग-अलग पोर्ट में लगाकर देख लिजिए. अगर, समस्या फिर भी आती है तो नजदीकि कम्प्यूटर सर्विस सेंटर पर दिखा लिजिए.

      Reply

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